प्रेम विवाह एवं अरेंज मैरिज के लाभ और नुकसान | Love Marriage vs Arranged Marriage Debate Points in Hindi
विवाह जोकि सनातन धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण संस्कारों में से एक है। जिसका लगभग सभी व्यक्ति को पालन करना होता है। किंतु आज के समय में जैसा कि हम सभी जानते हैं कि पुराने जमाने की तरह विवाह केवल परिवार वालों की सहमति से नहीं किया जाता। बल्कि अब तो ज्यादातर लोग स्वयं की पसंद से प्रेम विवाह करना अधिक उचित समझते हैं। किंतु आज भी बहुत सी जगह पर अरेंज मैरिज किया ही जाता है। हालांकि हमारे देश में आज भी लव मैरिज को अधिक सम्मान की दृष्टि से नहीं देखा जाता। चाहे जो भी हो विवाह संस्कार तो लोग करते ही हैं। फिर चाहे लव मैरिज करें या अरेंज मैरिज ( Love Marriage vs Arranged Marriage )। इसलिए आज के लेख में दोनों ही प्रकार के विवाह की चर्चा करेंगे। और जानेंगे कि इन दोनों प्रकार के विवाह हो के लाभ एवं नुकसान क्या क्या है।
लव मैरिज वस अरेंज्ड मैरिज | Love Marriage vs Arranged Marriage Debate Points in Hindi
शादी का रिश्ता हमारी ज़िन्दगी का बहुत महत्वपूर्ण रिश्ता होता है | इस रिश्ते में लड़की लड़की के साथ साथ उनके परिवार वालों के सम्बन्ध भी बनते हैं | इसीलिए शादी होने पर हमारे जीवन में अलग अलग प्रकार के प्रभाव पड़ते हैं | अरेंज मैरिज है तो उसके प्रभाव अलग होते हैं और लव मैरिज है तो उसका अलग प्रभाव पड़ेगा | तो चलिए आज की पोस्ट में लव और अरेंज मैरिज के मुख्य बिन्दुओं पर चर्चा करते हैं
अरेंज मैरिज के लाभ | Arrange Marriage Benefits
1. अरेंज्ड मैरिज का सबसे प्रथम लाभ तो यह होता है कि विवाह माता पिता एवं परिवार वालों की इच्छा से संपन्न होता है । विवाह का पुर्ण भरो भार माता-पिता एवं सगे संबंधियों पर होता है। एवं समाज इसे सहज भाव से स्वीकृति प्रदान करता है।
2. तथा जो कि यह विवाह लड़के लड़की के परिवार वालों की स्वेच्छा से निश्चित होती है। यही कारण है कि दोनों परिवारों के बीच आपसी सामंजस्य काफी अच्छा होता है। एवं यह संबंध ना कि केवल लड़के लड़की के मध्य होता है बल्कि दोनों के परिवार वालों में भी एक गहरा एवं मजबूत संबंध बनता है।
3. इसके अतिरिक्त इस विवाह में ससुराल के प्रति काफी ज्ञान होता है,समझ होती है।
4. इसके अतिरिक्त अधिकतर देखा जाता है कि लव मैरिज की तुलना में अरेंज मैरिज किए हुए जोड़ें बुजुर्गों का ख्याल रखते हैं उनकी सेवा करते हैं।
5. तथा अरेंज मैरिज किए हुए जुड़े की संतानें अधिक संस्कारी होते हैं। क्योंकि उन्हें माता पिता के अतिरिक्त परिवार के अन्य बड़ों से भी बहुत कुछ सीखने को मिलता है। एवं अनेकों तजुर्बे वाले व्यक्तियों के देखरेख में उनका लालन-पालन होता है। जोकि बच्चे के भविष्य के लिए काफी अच्छा होता है।
6. लड़के लड़की में किसी के भी परिवार पर किसी प्रकार के संकट की स्थिति में दोनों के परिवार के लोग एकजुट हो जाते हैं। एवं दोनों परिवार मिलकर संकट को बांट लेते हैं तथा एक दूसरे की तकलीफ में सहायक होते हैं।
अरेंज मैरिज के नुकसान क्या हैं | Love Marriage Debate Points
1.अरेंज मैरिज में कई बार समाज के आगे अपनी प्रतिष्ठा का ख्याल रखने के चक्कर में विवाह की व्यवस्थाओं में आवश्यकता से अधिक खर्च कर देते हैं। जिससे कि उनके ऊपर आर्थिक बोझ बढ़ जाता है।
2. इसके साथ ही अरेंज मैरिज के साथ एक कुप्रथा का भी समायोजन हो चुका है। जिसे हम दहेज की प्रथा कहते हैं एवं अधिकतर अरेंज मैरिज में ऐसा देखा जाता है कि दहेज की मांग की जाती है। एवं कई बार यह मांग इतना अधिक होता है कि इसकी वजह से लड़कियों का विवाह तक टूट जाता है।
3. कई बार यह दहेज की प्रथा दुल्हन के लिए संकट की स्थिति उत्पन्न कर देती है।
4. एवं कभी-कभी विवाहित जोड़े एवं उनके परिवार के लोगों के मध्य टकराव की स्थिति उत्पन्न हो जाती है एवं आपसी मनमुटाव पैदा हो जाता है।
5. कई बार विवाहित जोड़े के परिवारी जन उनके वैवाहिक जीवन में प्रवेश कर कर के उनके बीच दरार उत्पन्न कर देते हैं । जो कि उनके बिच के एक दूसरे के प्रति समर्पण भाव को नष्ट कर देता है ।
लव मैरिज के क्या लाभ है | Love Marriage Benefits
1. लव मैरिज में लोग अपनी पसंद की जोड़ी ढूंढते हैं |एवं उन्हें इस बात की खुशी और संतोष दोनों होता है ।
2.इसके अतिरिक्त एक लाभ यह भी है कि वे एक दूसरे के लिए नए और अनजान नहीं होते ।एक दूसरे को विवाह से पूर्व ही काफी हद तक जान और परख चुके होते हैं l
3.एवं क्योंकि लोग अपनी स्वेच्छा से लव मैरिज करते हैं । इसलिए वे आगे कभी भविष्य में एक दूसरे पर दोषारोपण नहीं कर सकते ।
4.तथा इस विवाह में दोनों पूर्णतःस्वतंत्र होते हैं उन पर किसी भी प्रकार का पारिवारिक प्रतिबंध नहीं लगा होता ।एवं वे अपनी इच्छा से सभी कार्य करते हैं ।
5.एवं लव मैरिज लड़के लड़की की इच्छा से बड़े सरल ढंग से संपन्न होता है । अतः इसमें अधिक खर्च भी नहीं करना होता ।
लव मैरिज के हानी क्या हैं | Arrange Marriage Problems
1.प्रेम विवाह में सबसे प्रथम एवं बड़ा हानी यह होता है कि क्योंकि यह विवाह लड़के लड़की की स्वेच्छा से होता है जिसमें अधिकतर परिवार वालों का विरोध होता है ।ऐसी स्थिति में जब दोनों पति पत्नी में से कोई एक इस रिश्ते से उब जाए तो वह अपनी इच्छा से इससे मुक्त भी हो सकता है |
2.इसके अतिरिक्त जिस घर के बच्चे लव मैरिज कर लेते हैं उनके परिवारी जनों को समाज केआगे अत्याधिक शर्मिंदा होना पड़ता है । उन्हें लोगों के ताने भी बर्दाश्त करने होते हैं तथा समाज में उनके सम्मान को भी हानी पहुँचती है ।
3.एवं इस विवाह से अनेकों लोगों का जीवन बिगड़ जाता है । जैसे परिवार में कई बच्चे होने पर जब उनमें से कोई एक ऐसा कदम उठा ले तो बांकि बच्चों की स्वतंत्रता, पढ़ाई में रोक लगा दी जाती है ।माता पिता का विश्वास और बाकी बच्चों पर से भी नष्ट हो जाता है | यहां तक कि उनके रिस्ते तय होने में भी कठिनाइयाँ आती है ।इसी प्रकार और भी कई लोगों का जीवन उथल-पुथल हो जाता है ।जिसके उत्तरदाई मात्र वे विवाहित जोड़ी होते हैं ।
4.इसके अतिरिक्त जो कन्या लव मैरिज कर लेतीं हैं वे अपने पिता एवं भाई के जीवन को काफी कष्ट प्रद बना देती हैं । वे लोगों की घृणा और उपहास को सहन करने में मृत्यु तुल्य कष्ट का अनुभव करतें हैं l
5.कई बार लड़कियों के लव मैरिज का फैसला उनके परिवारी जनों के लिए घातक सिद्ध होता है ।कई बार लड़कियों के परिवार वाले अपमान और निंदा सहन करने से अच्छा मृत्यु को स्वीकार करना उचित समझते हैं |एवं वे अपना जीवन समाप्त कर लेते हैं ।
6.इसके अतिरिक्त कई बार यह विवाह करने वाले लोगों के उन्हीं के स्वाभिमानी परिवार वाले शत्रु हो जाते हैं । एवं उनके प्राणों के पर भी संकट आ जाता है ।
7.इसके अतिरिक्त नयी गृहस्ती में पूर्णतः स्थित होने के लिए कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है ।जिसमें परिवार वालों के कुछ सुझाव मार्गदर्शन एवं सहायता की आवश्यकता होती है lकिंतु यह विवाह उनका स्वयं का फैसला होता है Iइसलिए परिवार वालों से उन्हें यह सहायता नहीं मिलती जिसके कारण उन्हें काफी कठिनाई होती है छोटी-छोटी बातों पर भी रिश्तो में दरार आ जाती है ।
8.एवं भारत के प्राचीन मान्यता के अनुसार हिंदू धर्म में सभी वर्णों के गोत्र होते हैं ।जिसके अनुसार मान्यता है कि सभी व्यक्ति किसी ना किसी ऋषि की संतान है ।जिस बात का ख्याल अरेंज मैरिज में रखते हुए माता पिता समान गोत्र में रिश्ता तय नहीं करते ।जबकि लोग अपनी पसंद से विवाह करते हैं तो इस बात पर ध्यान नहीं देते ।एवं यह एक बड़ी त्रुटि है जिसका असर आने वाली पीढ़ी पर पड़ता है । जिससे समाज में वर्ग संकरता फैलती है । एवं विज्ञान के अनुसार भी ऐसे बच्चे अधिक प्रभावी नहीं होते हैं ।
निष्कर्ष
मित्रों आज की पोस्ट में हमने आपको शादी से जुडी एक महत्वपूर्ण जानकारी देने की कोशिश की है | आज हमने आपको शादी के दो मुख्य प्रकार लव मैरिज और अर्रंज मैरिज के सम्बन्ध में बताया है | आजकल के बदलते जमाने में यह सभी जानकारी (debate on love marriage and arrange marriage) होना आपके लिए बहुत आवश्यक है |
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नोट – यह सभी जानकारी अनुभवों और कुछ रिसर्च के आधार पर बनाई गई है | इसीलिए पाठकों से उम्मीद की जाती है अपने विवेक के अनुसार कार्य करें |
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